इतिहास वैकल्पिक विषय – प्राचीन भारत (दैनिक उत्तर-लेखन) |
प्रश्न: हड़प्पा कला आध्यात्मिक और आनुष्ठानिक जीवन के साथ-साथ उनकी सौंदर्य-सम्बन्धी संवेदनाओं को भी समझने में योगदान करती है। टिप्पणी कीजिए।
Harappan art contributes to our understanding of their aesthetic sensibilities in addition to spiritual and ritualistic life. Comment. [20 Marks, 300 Words]
उत्तर: हड़प्पा कला प्राचीन ‘सिंधु घाटी सभ्यता’ का एक अभिन्न हिस्सा है, जो न केवल आध्यात्मिक और धार्मिक जीवन को दर्शाती है, बल्कि सौंदर्य और सामाजिक संवेदनाओं की गहरी समझ भी प्रदान करती है। यह कला उस सभ्यता के सांस्कृतिक, सामाजिक और धार्मिक आयामों को उजागर करती है।
हड़प्पा कला के आध्यात्मिक और आनुष्ठानिक आयाम
◈ धार्मिक और आध्यात्मिक प्रतीक: हड़प्पा कला में देवताओं और धार्मिक प्रतीकों का विशेष स्थान था, जो आध्यात्मिक विश्वासों को दर्शाते हैं। उदाहरण के लिए, योनिपीठ और त्रिशूल जैसे धार्मिक प्रतीक।
◈ प्राकृतिक और प्रजनन शक्ति की पूजा: हड़प्पा सभ्यता में प्राकृतिक और प्रजनन शक्ति की पूजा प्रमुख थी। उदाहरण के लिए, प्रजनन से संबंधित मूर्तियाँ और योनिपीठ, जो जीवन के चक्र को व्यक्त करती हैं।
◈ योग और साधना: हड़प्पा कला में ध्यान और साधना की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जैसा कि ‘योगी’ की मूर्ति से प्रमाणित होता है। उदाहरण के लिए, ध्यान मुद्रा में बैठी ‘योगी’ की मूर्ति।
◈ धार्मिक स्थल और अनुष्ठान: हड़प्पा कला में पूजा और अनुष्ठान के लिए विशेष स्थानों का निर्माण पाया गया है। उदाहरण के लिए, हड़प्पा नगरों में पाए गए जलाशय और पूजन स्थल।
◈ पशु पूजा: हड़प्पा कला में पशु पूजा का प्रतीकात्मक चित्रण मिलता है, जो प्राकृतिक बलों के प्रति सम्मान को व्यक्त करता है। उदाहरण के लिए, गाय, बकरी और हाथी की मूर्तियाँ।
हड़प्पा कला के सौंदर्य-सम्बन्धी आयाम
◈ सजावटी वस्त्र और गहनों की कला: हड़प्पा कला में सजावट और सौंदर्य के लिए वस्त्रों और गहनों का प्रयोग किया गया। उदाहरण के लिए, सुंदर मोती और हड्डी के गहने।
◈ नृत्य और शारीरिक सौंदर्य का चित्रण: हड़प्पा कला में नृत्य और शारीरिक सौंदर्य की अभिव्यक्ति की गई थी। उदाहरण के लिए, ‘नृत्यांगना’ की मूर्ति, जो कला और सौंदर्य की उत्कृष्टता को दर्शाती है।
◈ आकृतियाँ और रूपों का सौंदर्य: हड़प्पा कला में आकृतियाँ और रूप सौंदर्य को व्यक्त करने के लिए विस्तृत रूप में प्रयुक्त होते थे। उदाहरण के लिए, मूर्तियों के जटिल रूप और शिल्प कला।
◈ संगमरमर और शिल्प कला: हड़प्पा में संगमरमर और अन्य उच्च श्रेणी की सामग्री से बने कला रूपों का भी निर्माण हुआ। उदाहरण के लिए, संगमरमर से बनी मूर्तियाँ और शिल्प कार्य।
◈ जटिल पैटर्न और डिजाइन: हड़प्पा कला में जटिल पैटर्न और डिजाइन सौंदर्य का अभिव्यक्तिकरण करते थे। उदाहरण के लिए, बर्तन, मुहरे और भित्तिचित्रों पर उकेरे गए डिज़ाइन।
हड़प्पा कला न केवल आध्यात्मिक और धार्मिक आस्थाओं का चित्रण करती है, बल्कि यह उस सभ्यता के सौंदर्य, शिल्प और सांस्कृतिक संवेदनाओं की गहरी समझ भी प्रदान करती है।