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DAILY ANSWER WRITING PROGRAM FOR UPSC CSE 2026 : DAY-15 (12-09-2025)

 

Q71. ‘एकदा स्पीकर, सदैव स्पीकर’! क्या आपके विचार में लोकसभा अध्यक्ष पद की निष्पक्षता के लिए इस कार्यप्रणाली को स्वीकार करना चाहिए? भारत में संसदीय प्रयोजन की सुदृढ़ कार्यशैली के लिए इसके क्या परिणाम हो सकते हैं? [सामान्य अध्ययन-2 | भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था]

‘Once a Speaker, Always a Speaker’! Do you think this practice should be adopted to impart objectivity to the office of the Speaker of Lok Sabha? What could be its implications for the robust functioning of parliamentary business in India? [250 Words, 15 Marks]

उत्तर लेखन का प्रारूप:

◆ UK में अध्यक्ष के पद के संदर्भ में अपनाई जाने वाली परंपरा की संक्षेप में चर्चा कीजिए।

◆ भारत में इस संदर्भ में अध्यक्ष की स्थिति बताइए और भारतीय संसदीय व्यवस्था में अध्यक्ष की महत्त्वपूर्ण स्थिति का संक्षिप्त विवरण दीजिए।

◆ अध्यक्ष के पद की तटस्थता की मांग के कारणों की चर्चा कीजिए और बताइए कि क्या भारत में इस परंपरा का पालन किया जाना चाहिए।

◆ भारत में संसदीय कार्य के सुदृढ़ संचालन के लिए इसके निहितार्थों पर चर्चा कीजिए।

◆ तदनुसार उचित निष्कर्ष प्रस्तुत कीजिए।

 

Q72. आदर्श आचार-संहिता के उद्भव के आलोक में, भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की भूमिका का विवेचन कीजिए। [सामान्य अध्ययन-2 | भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था]

Discuss the role of the Election Commission of India in the light of the evolution of the Model Code of Conduct. [250 Words, 15 Marks]

उत्तर लेखन का प्रारूप:

◆ एक चुनावी लोकतंत्र में आदर्श आचार संहिता (MCC) और इसकी आवश्यकता का संक्षेप में वर्णन कीजिए।

◆ समय के साथ MCC के उद्भव में भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की भूमिका की व्याख्या कीजिए।

◆ उपर्युक्त चर्चा के आधार पर उचित निष्कर्ष प्रस्तुत कीजिए।

 

Q73. “स्थानीय स्वशासन की संस्थाओं में महिलाओं के लिए सीटों के आरक्षण का भारत के राजनीतिक प्रक्रम के पितृतंत्रात्मक अभिलक्षण पर एक सीमित प्रभाव पड़ा है।” टिप्पणी कीजिए। [सामान्य अध्ययन-2 | भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था]

“The reservation of seats for women in the institution of local self-government has had a limited impact on the patriarchal character of the Indian political process”. Comment. [250 Words, 15 Marks]

उत्तर लेखन का प्रारूप:

◆ स्थानीय स्वशासन की संस्थाओं में महिला आरक्षण प्रारंभ करने में अंतर्निहित वैचारिक तंत्र की चर्चा करके संदर्भ निर्धारित कीजिए।

◆ इन उपबंधों का भारतीय राजनीति की पितृतंत्रात्मक प्रकृति पर निर्णायक प्रभाव क्यों नहीं पड़ा है, इसके कारणों की व्याख्या कीजिए।

◆ इस पहल के कुछ सकारात्मक प्रभाव और कुछ सफलता की कहानियों पर चर्चा करते हुए उत्तर को संतुलित कीजिए।

◆ आगे की राह पर एक संक्षिप्त चर्चा के साथ निष्कर्ष लिखिए।

 

Q74. भारत की एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के रूप में विवेचना कीजिए और अमेरिकी संविधान के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के साथ तुलना कीजिए। [सामान्य अध्ययन-2 | भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था] 

Discuss India as a secular state and compare with the secular principles of the US constitution. [250 Words, 15 Marks] 

उत्तर लेखन का प्रारूप:

◆ धर्मनिरपेक्ष राज्य के सन्दर्भ में परिचय लिखिए।

◆ भारत की एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के रूप में विवेचना कीजिए।

◆ अमेरिकी संविधान के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के साथ भारत की एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के रूप में तुलना कीजिए।

◆ तदनुसार उचित निष्कर्ष दीजिए।

 

Q75. “भारत का संविधान अत्यधिक गतिशीलता की क्षमताओं के साथ एक जीवंत यंत्र है। यह प्रगतिशील समाज के लिए बनाया गया एक संविधान है।” जीने के अधिकार तथा व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार में हो रहे निरंतर विस्तार के विशेष संदर्भ में उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए। [सामान्य अध्ययन-2 | भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था]

“The Constitution of India is a living instrument with capabilities of enormous dynamism. It is a constitution made for a progressive society.” Illustrate with special reference to the expanding horizons of the right to life and personal liberty. [250 Words, 15 Marks]

उत्तर लेखन का प्रारूप:

◆ संविधान के अनुच्छेद 21 की गतिशीलता का परिचय देते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

◆ जीने के अधिकार तथा व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार में हो रहे निरंतर विस्तार के विशेष संदर्भ में उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

◆ तदनुसार उचित निष्कर्ष दीजिए।

 

NOTE: “हर उत्कृष्टता की शुरुआत एक मेंटर से होती है। हर UPSC मेन्स की सफलता की शुरुआत एक योजना से होती है।” यह डेली आंसर राइटिंग प्रोग्राम 2026 केवल अभ्यास का मंच नहीं है, बल्कि गाइडेड ट्रेनिंग है, जो आपके उत्तर-लेखन कौशल को परिवर्तित कर आत्मविश्वास और स्पष्टता के साथ प्रभावी लिखने की क्षमता विकसित करता है।

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